Kalyug Briefs

Why small town girls are unable to pursue higher studies?

Why small town girls are unable to pursue higher studies?

Well, well – thanks to our TV serials and films – where serials like Emotional Atyachaar  mostly show how small town girls readily agree to sleep with rich men thinking that they will get married to some richie-rich and their life will be settled – but alas! they are usually kicked in the butt by the same man after he gets bored of using her body !

Some such girls cannot take the shock and go into depression, start medicines and end up with Bi-polar disorders ! Now in small towns and villages, such news get spread like wild fire and parents get a kind of red alert! They basically become scared to send their daughters to cities lest they too may indulge in some such idiocy and ruin their lives ! As a result of this mental block of family members – esp. parents, many young girls are unable to pursue further studies and are just married off when they come of age !


क्यों छोटे शहरों के परिवार वाले अपनी बेटियों को बड़े शहरों में आगे की पढ़ाई करने नहीं भजते और तुरंत विवाह करवा देते है !?

बहुत सी ऐसी लड़किया है हमारे देश में जो आगे पढ़ना चाहती है और अपने बल बूते पर खड़ा होना भी चाहती है ! लेकिन दुर्भाग्यवश ज़्यादातर परिवार वाले अपनी बेटियों को बड़े शहरों में नहीं भेजना चाहते क्योकि उन्हें डर लगा रहता है की वो लोग बड़े शहरों की बेशर्मी से प्रेरित होकर अपनी ज़िन्दगी ही न बर्बाद कर ले !
ये दोष है टीवी और सिनेमा में दिखाए जाने वाले बचकानेपन का ! टीवी और इंटरनेट गांव और छोटे शहरों में पहुंच चुका है – Emotional-अत्याचार जैसी टीवी सीरियल सब लोग देख रहे है – वह अक्सर दिखाया जाता है किस प्रकार छोटे शहरों को लड़किया ब्रह्मित हो जाती है और आमिर लड़को के साथ सोने को तैयार हो जाती है क्योकि उन्हें लगता है की अगर लड़के के संग सो लिया जाये तो उसे विवाह करनी ही पड़ेगी ! लेकिन ऐसा कुछ नहीं होता – मौज मस्ती करने के बाद लड़के अक्सर ऐसी लड़कियों को पिछवाड़े में लात मारकर अपनी नयी दुनिया किसी और लड़की के साथ बिताते है ! ऐसे में छोटी शहरों की लड़किया पगला सी जाती है और सुसाइड करने की सोचती है – फिर किसी तरह माँ – बाप – भाई – बहन – चाचा  – ताऊ – मामा – मामी सब आके उसे गांव ले जाते है और रिझाने की कोशिश भी करते है – पर depression- में इतनी घुस चुकी होती है वो की अंततः दवाइया खाकर सारी ज़िन्दगी बिताती है – शादी होती नहीं क्योकि कोई भी अच्छा परिवार एक कुलटा के साथ – जो अपना मुँह काला करके आई है बड़े शहर से – अपने बेटे का विवाह नहीं कराएगा   !!

तो ऐसे में अब यह खबर फ़ैल जाती है  की बड़े शहर में बेटिया नष्ट हो जाती है ! सिनेमा में भी ऐसा ही कुछ दिखाया जाता है की लड़को के हॉस्टल में लड़किया घुस जा रही है और भी बहुत कुछ अनाप शनाप दिखाया जाता है ! अब जो लड़किया सच मुच पढ़ना चाहती है उन्हें भी जाने नहीं दिया जाता इसी डर से की हमारी बेटी को भी पागलखाने में घुसा दिया जायेगा ! फलस्वरूप मेधावी लड़कियों को भी मन मारकर विवाह कर लेना पड़ता है और सारी ज़िन्दगी अपने लाइफ को कोसते हुए गुज़ार देती है !!

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