I am a Parnassian for a moment or two!
कल नई कोंपले फूटेंगी कल नए फूल मुस्काएँगे
और नई घांस की नई फर्श पर नए पाँव इठलाएंगे
वो मेरे बीच नहीं आए, मैं उनके बीच में क्यों आऊँ
उनकी सुबह और शामों का मैं एक भी लम्हा क्यों पाऊँ
Tomorrow new buds will bloom & new flowers will smile
and the floor of new grass will have new feet to dance up on
They never interfered in my life – so why should I interfere with theirs
Why should I even get a moment when they enjoy their mornings & evenings!
मैं पल दो पल का शायर हूँ, पल दो पल मेरी कहानी है
पल दो पल मेरी हस्ती है, पल दो पल मेरी जवानी है
I am a momentary poet, my story will stay for just couple of moments
(My story will fade away in couple of moments)
I am a momentary public figure, my youth is momentary too
मुझसे पहले कितने शायर, आए और आकर चले गए
कुछ आहें भर कर लौट गए, कुछ नग्में गा कर चले गए
वो भी एक पल का किस्सा थे, मैं भी एक पल का किस्सा हूँ
कल तुम से जुदा हो जाऊंगा, वो आज तुम्हारा हिस्सा हूँ
Many poets have come before me, they have come & gone
Some performed average, some did a good job (performed well)
They too were a moment in time, just like I am
tomorrow I will be gone – though today I am one of you!
कल और आयेंगे नग्मों की खिलती कलियाँ चुननेवाले
मुझसे बेहतर कहनेवाले, तुमसे बेहतर सुननेवाले
कल कोई मुझको याद करे, क्यों कोई मुझको याद करे
मसरूफ ज़माना मेरे लिए, क्यों वक्त अपना बरबाद करे
There will be new age poets tomorrow
Much better speakers than me and better listeners than you
So why should anyone remember me?
Why should a busy new age world waste their time on me?
गाना / Title: मैं पल दो पल का शायर हूँ – mai.n pal do pal kaa shaayar huu.N
चित्रपट / Film: कभी कभी-(Kabhi Kabhi)
संगीतकार / Music Director: खय्याम-(Khaiyyam)
गीतकार / Lyricist: साहिर लुधियानवी-(Sahir Ludhianvi) गायक / Singer(s): मुकेश-(Mukesh)