Kalyug Briefs

As an empowered woman – are you doing justice to your knowledge & education?

As an empowered woman – are you doing justice to your knowledge & education?

Often we get to read in film magazines that some actress is a gold medalist in Economics….or some actress dropped out of medical college and started acting…

Really? if you are educated and belong to a well off family – then why could you not select a decent job for yourself? Why undress and give a jiggle show to pervert males? What is he use of all your education? and when you are educated, why are you misusing the most powerful tool to motivate people – i.e. media and entertainment industry?

In our country there are illiterate and highly exploited women who are tortured day in and day out – awaken them – make them know their rights – make them fearless, make them confident to face the world….but what are the lead actresses doing mostly? Wearing tiny outfits and giving a jiggle show to pervert beeps!?

  • Is that all?
  • Is this how you will use your education and awareness?
  • Are you doing justice to your power, to your education?

फिल्म मगज़ीनो मैं अक्सर ये पढ़ने को मिलता है की
फलाना हेरोइन डॉक्टर है या पढ़ रही थी
या कॉलेज में अव्वल आई थी वग़ैरा वग़ैरा – अच्छा ?
तो जब पढ़ी लिखी थी तो –
कपड़ा लठ्ठा खोल के नाचने की नौबत कैसे आ गयी भाई ?
कोई नौकरी नहीं मिली – जिससे वो इज़्ज़त से कमा सके ?
जहाँ औरतो पर अत्याचार और शोषण हो रहा है
वहाँ औरतो को निडर और शक्तिशाली होने का पाठ पढ़ाना चाहिए –
न की बचकाना हरकतों से मर्दो को रिझाने का काम !

अगर पढ़ी लिखी औरतें कपड़ा लठ्ठा खोल कर –
नपुंसक मर्दो को एंटरटेन करने में जुट जाये –
तो भला अशिक्षित औरतों का शोषण कौन रोकेगा?
और जब तक औरतों का शोषण होता रहेगा ,
कोई भी देश उन्नति नहीं कर सकेगा –
यह बात तो आप लोग लिख कर रख लीजिये !

Are we not aware of the difference between good and evil?

वैसे तो मनुष्य जाती को त्रेता युग में ही समझा दिया गया था
की बत्तमीज़ औरतों के साथ किस प्रकार का व्यवहार करना चाहिए ।
मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम और उनके भाई लक्ष्मण जी ने ही हमें यह सिखलाया था ।
सूर्पनखा , जो एक राक्षसी थी , वो पराये मर्द के ऊपर डोरे डाल रही थी –
Aबेशर्मो की तरह – तब उसकी नाक काट दी गयी थी ।
नाक काटने का तात्पर्य है अपमान करना ।
लेकिन बुरबक दिमाग वाले इंसान यह क्या समझेंगे !
आज तो ये हालत है की जितनी अधिक बेशरम और बत्तमीज़ हो गर कोई औरत –
उतना ही अधिक उसका सम्मान किया जाता है !!
फलस्वरूप जो औरत सम्मान के साथ जीना जानती है और संस्कारी है –
जो एक पत्नी और माँ का धर्म भलीभांति निभाना जानती है –
वही सबसे अधिक तिरस्कृत है !

तो जिस देश में , जिस पृत्वी में, सूर्पनखा को पूजा जाता है
और सीता मैया जैसी भोली औरतों का शोषण किया जाता है –
उस पृत्वी में शांति कैसे आ सकती है !?
शांति की बात सोचना भी बेकार है !

जाइये और जाकर राक्षसी सूर्पनखाओ की पूजा करिये –
वो अपने भाई रावण के ज़रिये आपके दुनिया में खुशाली …
….महामारी लाएगी – ला चुकी है actually!

..and dullards in kalyug (dark era) think
that by torturing the good and sober women
and by encouraging the wicked, conniving, shameless females,
they will achieve world peace!
so the dullards are busy promoting the porn stars
so that she continues to feed the bloated ego of losers
and convert majority of citizens – into porn addict nincompoops!

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